जिंदगी तुम्हें ये बताना होगा,
अपनों को भी गले लगाना होगा।
चाहें जितने भी फिर से गम आयें,
हर गम के बाद मुस्कराना होगा।
जब रिश्तों में चोट लगे दिल पर तो,
तोड़ा तो कभी दूर जाना होगा।
चाहें जितने भी दूर चले जायें,
दिल से फिर कभी पास आना होगा।
रिश्तों में अपनों के आगें हमको
हर गम को समय पर भुलाना होगा।
अब साथ चलना साथ जीना होगा,
अब अपनों का साथ निभाना होगा।।
नाम मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.
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