Sunday, June 2, 2019

मेघों को निमंत्रण

मेघों को मेरा निमंत्रण है…
मेघों को कोयल,पपीहा,मोर,
झरने,नदियों का निमंत्रणl


आ जाओ तुम उमड़-घुमड़ कर,
काले घनघोर मेघ तुम बरस जाओl
प्यास मिटाकर अमृत बरसा दो,
मोर,पपीहा तुम्हारा गान कर रहेll


बैठी वो नायिका तुम्हारे इंतजार में,
तुम आओगे तो उसका साजन घर आएगा।
वो विरह वेदना में तड़प रही,
उसकी प्यास मिटाने मेघ तुम आ जाओll


जब बिजली चमकेगी तो,
काले बादल छाएंगे तो,ये मन बैचेन होगाl
जब तुम्हारे आने की आस बढ़ेगी,
मेघ तुम्हारे बरसने से मन की प्यास बुझेगीll


ये आँखें अब बरसने लगी है,
मेघ तुम आ जाओ..धरा तरसने लगी हैl
मेघ तुमको मेरा निमंत्रण हैll


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