मेरी धड़कनों में रह कर तुम कभी न दूर हो जाओ। ऐसी कोई खता न करो की तुम मगरूर हो जाओ। प्रेम की ऐसी मुधशाला में तुम खो जाओ आज की, हर दिल की धड़कन पर तुम आज मशहूर हो जाओ।। मोहित जागेटिया
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