पिता जीवन की सुबह और शाम है।
पिता से जीवन का सारा काम है।।
वो ही दुनिया की दौलत सारी है।
मुसीबतें उनसे सारी हारी है।।
पिता ही हमारे पोषक पालक है।
पिता घर परिवार के संचालक है।।
पिता से इस जीवन का आधार है।
पिता से हम बच्चों के संस्कार है।।
पिता ईश्वर का सच्चा वरदान है।
पिता से हमको दुनिया का ज्ञान है।।
पिता ही सबके दुख दर्द सहता है।
पिता आशीर्वाद सब पर रहता है ।।
आंगन की वो तस्वीर बनाता है।
पिता ही आंगन को सजाता है।।
पिता तो चाँद सितारे आकाश है।
एक पिता ही जीवन का प्रकाश है।।
पिता जीवन की आन बान शान है।
पिता से ही हम सबकी पहचान है। ।
मोहित जागेटिया
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