Sunday, June 9, 2019

शरणार्थी

शीर्षक-भारत मानवता का धर्म निभाता है
विधा-अतुकांत कविता
विषय- *अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी दिवस*
रचनाशिल्पी नाम-मोहित जागेटिया
स्पर्धा के लिए- *हाँ /नहीं* -हाँ
डाक पता(अनिवार्यत)-नाम मोहित जागेटिया,पिता-मदन लाल जागेटिया,गांव-सिदडियास,वाया सुवाणा, जिला व तहसील-भीलवाड़ा राजस्थान
पिन कोड 311011
सम्पर्क क्र.-9950100169

रचना:-

जो भी इस धरती पर आया
इस धरती ने उसको अपनाया
शरण देती है ये धरती
ये धरती तो पावन है।।
जो खुद के देश में सुरक्षित नहीं
वो होते अल्पसंख्यक
उन पर रोज-रोज अत्याचार होता
वो अपना देश छोड़ कर
भारत की शरण में आये।।
ये भारत उनको वन्दन करता
भारत की धरती पर उनका
अभिनंदन होता है।।
भारत मानवता वाला देश रहा
मानवता हमेशा धर्म निभाता है
जो भी आता शरण लेने
हर शरणार्थी को ये देश गले लगाता है।
जो भी असहाय,लाचार,नीराश्रय
हिंसा से पीड़ित है।
जो अपने ही देश में दबते वह घबराते हैं
जो खुद सुरक्षित नहीं हैं
वो भारत की शरण में आते हैं
भारत उनको अपनाता है
भारत मानवता का धर्म निभाता है।।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.

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