Thursday, May 2, 2019

प्राथना सरस्वती

हमको चरणों मे लगा दो
हे माँ तेरी शरण आयें।
खुशी के तुम दीप जला दो
श्रद्धा के हम फूल लायें।1
हम बालक तेरे पुजारी
करें हम तन मन से वन्दन ।
अम्बर से ज्ञान बरसा दो
सबका महक जाएं जीवन।2
जीवन मे रौशनी भर दो
दे दो प्यार का तुम सागर।
प्रकास की ज्योति जल जाएं
हम बालक आज तेरे दर।3
तुम पुष्प वर्षा बरसा दो
हे माँ तेरी शरण आयें।
अज्ञानता को तुम मिटा दो
तेरी वंदना हम गायें ।।4
प्रेम की भाषा हम बोले
ऐसा अब तुम संसार दो।
हम तो छोटे से है फूल
बस माँ हमको तुम प्यार दो। 5

मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.

No comments:

Post a Comment