हमारा दोस्ताना टिमटिमाती रौशनी सितारों की तरह है। ये दोस्ताना भी अब हजारों की तरह है। हम साथ नही छोड़ेंगे साथ निभाएंगे, ये दोस्ती नदी और किनारों की तरह है। मोहित जागेटिया
No comments:
Post a Comment