जब जब तेरी याद आती है
मन ही नही तन भी रोता है।
जब भी तू दूर जाती है तो
ये मन भी अकेला होता है।।
तेरी यादों के संग ये दिल
हर पल तेरे साथ चलता है।
आज पास नही तू मेरे तो
ये मन तेरे संग रहता है।।
जब जब तेरी याद आती
ये आँखे समंदर बन जाती।
जब भी तू दिल से दूर जाती
मुझे तेरी याद बहुत आती।।
तेरे ख्वाबो में आज रहता
तुम में हर वक्त खो जाता हूँ।
तेरे दिल के पास आ कर अब
मैं तेरे नाम हो जाता हूँ।।
विरह की वेदना अब हर वक्त
तेरी याद से तड़पाती है।
आखों से नदिया निकलती है
जब जब तेरी याद आती है।।
मोहित जागेटिया
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