कहानीकार:-मोहित जागेटिया
"प्यार का सफर"
एक लड़का एक लड़की की दोस्ती पढ़ाई करते करते हो गई थी।वो लड़का 10 वी कक्षा में था और वो लड़की 9 वी कक्षा में थी।पढ़ाई के लिए पास ही गांव से दूर दूसरे गांव जाते थे।साथ आना साथ जाना हो रहता था।दोस्ती वक्त के साथ साथ और गहरी हो रही।दोनु की दोस्ती एक प्यार के रूप में बदलने लगी थी।अब दोनु एक दूजे से बहुत प्यार करने लगे थे।दोनु एक दूजे की बहुत फिक्र करते थे।दोनु दिल से एक दूजे के बहुत पास थे।दोनु एक दूजे की अच्छी तरह से समझने लगे थे।दोनु एक दूजे की भावना को समझ लेते थे।उस समय मोबाइल फोन नही था।तो अपनी बात प्रेम पत्र के माध्यम से होती रहती थी।
लेकिन वो रिश्ता शादी के बंधन में नही बन्ध सकता था।सबसे बड़ा कारण दोनु एक समाज के नही होने के कारण।फिर भी एक दूजे में बहुत प्यार करते थे।
लेकिन रिस्तो में उस वक्त मोड़ आया जब सुना था लड़की की शादी बचपन मे हो गई थी।और अब पढ़ाई भी 12 वी तक पूरी हो गई थी।और लड़की अब 12 वी के बाद सुसराल जाएगी।इस बात से दोनु को बहुत गहरा कष्ट हुआ लेकिन कर भी तो कुछ नही कर सकते थे।दोनु की मजबूरियां थी।उसके बाद वो सुसराल जाने लगी थी।और लड़का एक दोस्त बन गया था वापस ।क्योंकि अब वो लड़की भी किसी दुसरो की है।इसलिए लड़का अपने हाल में रहता था।बाद में कभी कभी फोन भी आ जाता तो बस हाल चाल पूछ लेते थे।दोस्ती से शुरू हुआ रिश्ता दोस्ती पर वापस आ गया था।धीरे धीरे वो रिश्ता भी समय के साथ समाप्त हो गया था।क्योंकि दोनु एक दूजे की खुशी के लिए एक दूजे से दूर ही अपने अपने परिवार में बहुत खुश है।
नाम -मोहित जागेटिया
पिता -श्री मदन लाल जागेटिया
माता -श्रीमती लीला देवी जागेटिया
वर्तमान पता-गांव सिदडियास
जिला - भीलवाड़ा, तहसील भीलवाड़ा,राजस्थान पिन कोड 311011
ईमेल :-9950100169.mj@gmail.com
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