सन्तों की शरण में जाने से भव पार होता है।
ऋषियो और मुनियो से अब तो उदार होता है ।
करलो तुम उनकी एक वन्दना और आराधना,
सन्तों की चरणों में जग का सभी सार होता है। मोहित
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