दिल को दिल से भी मिलाना कभी आसां नही होता । साथ रह कभी दूर जाना कभी आसां नही होता । चलने को तो चले जाते हम भी अपने रास्ते पर, यूँ अपनी बात मनवाना कभी आसां नही होता । मोहित
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