मेरे सपनों को वो अरमान मिले।
आगे मुझे भी ऊँची उड़ान मिले।
चल रहा हूँ अपनी मंजिल की ओर,
पढूँ वो ही जिससे सही ज्ञान मिले।
मोहित
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