ये कभी जो रूठे नही वो दो दिलो का अरमान है ।
ये कभी जो छूटे नही वो दो दिलो की पहचान है।
मिला जो हम सब को वो साथ, ये वो सब का दोस्ताना ,
भरा है जिस में प्यार वो ही आज सब की मुस्कान है।
मोहित
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