Wednesday, January 25, 2017

काले धन पर कविता

देश से किया आज वो वादा निभाने चले
मोदी जी काला धन का पता लगाने चले।

बड़े बड़े तहखाने भी अब वो खुलने लगे
जो नोट कम चलते थे वो आज चलने लगे।

जो भी अपना टेक्स सरकार से छुपाते थे
समन्दर पार अपना वो नोट डलवाते थे ।

उन लोगों की बेचेनी भी बड़ने लगी है
बेचने लोगों की नींद भी उड़ने लगी है।

कही जिनके पास है वो तो घबराने लगे।
लगता मोदी जी के अच्छे दिन आने लगे।
   मोहित जागेटिया

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