कभी मोहब्बत करके देखों इल्जाम आएगा ।
जब राधा पुकारेगी बन के घनश्याम आएगा ।
करो तुम शरारत तो इस में मेरा क्या कसूर है
करे गलती रावण तो वध करने राम आएगा। मोहित
No comments:
Post a Comment