Wednesday, January 25, 2017

सावन पर कविता

सावन
ये महीना तो पावन है
क्यों की ये तो सावन है ।
चोरों ओर हरियाली है
हर तरफ ये खुशहाली है।
प्यार भरा है इस सावन मे।
सभी हरा है इस सावन मे।
सावन का महीना तो सबसे प्यारा है।
रिमझिम रिमझिम बौछार है
कही बारिश जोरदार है ।
नदियों नालों में उफान है
मोर,कोयल का भी गान है ।
सावन का महिना तो सबसे प्यारा है ।
ये महीना तो भोले को प्यारा है
सावन का महीना सबसे न्यारा है।
आते  है शिव दर कावड़िया
जाते है शिव के घर कावड़िया।
सावन का महीना तो सबसे प्यारा है।
नाग पंचमी,तीज का त्योहार है
सावन में भाई बहिन का प्यार है।
देश की आजादी का चारों ओर राग है
हर तरफ देखो तो कभी हरे भरे बाग है।
सावन का महिना तो सबसे प्यारा है ।
कलियां और फूल भी खिल रहे है
दो दिल जो आपस में मिल रहे है ।
मेरा इस सावन को वंदन है ।
इस सावन का ही अभिनंदन है ।
    मोहित

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